समय खबर , ग्वालियर | 03 मई 2025
ग्वालियर जिले में भ्रूण लिंग परीक्षण के अवैध कारोबार का एक बड़ा खुलासा हुआ है। नौ साल से फरार चल रहे आरोपी डॉक्टर पंकज तिवारी को प्रशासन की टीम ने फिल्मी अंदाज़ में धर दबोचा। आरोपी चलती कार में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन लगाकर गर्भवती महिलाओं की जांच कर रहा था। उसे पकड़ने के लिए प्रशासन की टीम ने हाईवे पर रेस लगाई, घेराबंदी की और आखिरकार आरोपी को दबोच लिया गया।
रेड के बाद से था फरार
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर पंकज तिवारी पर वर्ष 2016 में लिंग परीक्षण मामले में रेड पड़ी थी, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था। पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत उस पर केस दर्ज था, लेकिन वह लगातार प्रशासन की पकड़ से बाहर था। हाल ही में सूचना मिली कि वह पुनः सक्रिय होकर अवैध तरीके से लिंग परीक्षण कर रहा है।
चलती कार में बना रखा था ‘मोबाइल क्लिनिक’
इस बार आरोपी ने तकनीक का दुरुपयोग करते हुए कार को ही मोबाइल लैब में बदल दिया था। वह कार में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन लगाकर लिंग परीक्षण करता था ताकि जगह-जगह बदलते हुए कार्रवाई से बच सके। लेकिन प्रशासन की सख्ती से वह नहीं बच सका।
फिल्मी अंदाज़ में हुई गिरफ्तारी
शनिवार को जैसे ही प्रशासन को सूचना मिली, टीम ने बिना देरी किए हरकत में आते हुए आरोपी की कार का पीछा शुरू किया। आरोपी भागने की कोशिश में था और उसने प्रशासन की गाड़ी को टक्कर मारने की कोशिश की, लेकिन पूरी योजना के साथ काम कर रही टीम ने उसे चारों ओर से घेरकर पकड़ लिया। कार से अल्ट्रासाउंड मशीन, कुछ दस्तावेज़, रजिस्टर और नकदी भी जब्त की गई है।
सहयोगी भी पकड़ा गया
डॉक्टर के साथ एक अन्य व्यक्ति भी मौजूद था, जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आशंका है कि यह एक संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो गुपचुप तरीके से यह अवैध धंधा चला रहा था।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई जारी
प्रशासन का कहना है कि इस मामले में जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। डॉक्टर पंकज तिवारी से गहन पूछताछ की जा रही है और इस बात की जांच की जा रही है कि वह किन-किन इलाकों में यह कार्य कर रहा था और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं।
समय खबर की विशेष रिपोर्ट
गर्भ में बेटा-बेटी की पहचान कर जीवन और कानून दोनों से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ प्रशासन का यह बड़ा कदम निश्चित ही नजीर बनेगा।