खनियाधाना शिक्षा कार्यालय में 81 लाख से अधिक का गबन, 6 शासकीय कर्मचारियों पर FIR दर्ज


खनियाधाना (पिछोर)। विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय खनियाधाना में वर्ष 2018-19 से 2024-25 तक करोड़ों रुपये के गबन का मामला सामने आया है। इस घोटाले में कुल ₹1,04,42,763 की राशि कपटपूर्ण रूप से 40 व्यक्तियों के खातों में ट्रांसफर की गई, जिनमें से जांच के दौरान 18 खातों में ₹68,77,121 का गबन स्पष्ट रूप से पाया गया

इसके अतिरिक्त 20 अन्य व्यक्तियों के खातों में वेतन एवं भत्तों के मद में संदिग्ध रूप से ₹6,19,274 का भुगतान किया गया। वहीं सहायक ग्रेड-3 ओमकार सिंह धुर्वे के विभागीय खाते में ₹6,03,199 और लेखापाल सुखनंदन रसगैया को अक्टूबर 2020 के वेतन में ₹24,200 का अतिरिक्त भुगतान किया गया। कुल मिलाकर ₹81,23,728 की गबन राशि की पुष्टि हुई है।

इस गंभीर वित्तीय अनियमितता को लेकर कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने तत्परता दिखाते हुए एसडीएम पिछोर शिवदयाल धाकड़ की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति गठित की। समिति में सहायक संचालक शिक्षा शालिनी दिनकर, सहायक पेंशन अधिकारी संतोष कुर्मी एवं कोषालय लिपिक अमित यादव शामिल रहे।

जांच प्रतिवेदन के आधार पर दोषी पाए गए 6 शासकीय सेवकों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, भारतीय न्याय संहिता 2023, आईटी एक्ट एवं अन्य दंडात्मक कानूनों के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।

एफआईआर जिनके खिलाफ दर्ज हुई:

प्रकाश सूर्यवंशी – विकासखंड शिक्षा अधिकारी

सतीश शरण गुप्ता – प्राचार्य, शासकीय बालक उत्कृष्ट विद्यालय पिछोर

सुखनंदन रसगैया – लेखापाल

ओमकार सिंह धुर्वे – सहायक ग्रेड-3

गिरेंद्र कुमार कघारिया – सहायक ग्रेड-2

यशपाल बघेल – माध्यमिक शिक्षक

प्रशासनिक स्तर पर इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई जारी है। इस प्रकरण ने शिक्षा विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

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