स्वच्छ भारत मिशन को लेकर सरकार की ओर से समय-समय पर दिशा-निर्देश मिल रहे हैं। इनकी पालना को लेकर परिषद प्रशासन भी गंभीर है
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इसी को ध्यान में रखते हुए परिषद ने अपने क्षेत्र में स्थित सभी सामुदायिक और सार्वजनिक सुविधाघर को अब गुगल मैप पर अपलोड करने का निर्णय लिया है। इसके पीछे यही मकसद है कि जिस प्रकार गुगल मैप के जरिये आम आदमी आसानी से संबंधित स्थान तक जीपीएस के जरिये पहुंच सकता है।
- ठीक उसी प्रकार शहर में आने वाले को आसानी से यह जानकारी मिल सकेगी कि वह जहां खड़ा है वहां से सामुदायिक या सार्वजनिक सुविधाघर कितनी दूरी पर और कहां स्थित है। इसके लिए वह जीपीएस की मदद से बिना किसी को पूछे भी आसानी से वहां तक पहुंच सकेगा। - इनकी संख्या की बात करें तो फिलहाल शहर में 10 सामुदायिक टॉयलेट और 2 सार्वजनिक टॉयलेट हैं। इनके अलावा हाल ही में परिषद प्रशासन ने 8 सामुदयिक टॉयलेट और बनवाने के लिए टेंडर जारी किए हैं। जिनके यहां जगह की कमी वहां बनेंगे सामुदायिक शौचालय - आयुक्त डॉ. सापेला ने बताया कि नगर प्रशासन द्वारा स्वच्छ भारत मिशन योजनांतर्गत परिषद के पंजीकृत ठेकेदारों एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के पंजीकृत ठेकेदारों से निविदा आमंत्रित की। इसके तहत जिन लोगों के यहां जगह की कमी की वजह से शौचालय निर्माण नहीं हो सका उनके क्षेत्र में सामुदायिक शौचालय निर्माण कराने का निर्णय लिया गया। - परिषद की मंशा है कि हर 500 मीटर पर सामुदायिक शौचालय उपलब्ध हो। इसके लिए 18 अक्टूबर को निविदा खोलने की प्रक्रिया पूरी की गई। इनमं वार्ड नंबर एक में नृसिंहपुरा रेलवे फाटक के पास, मिल कॉलोनी में, वार्ड नंबर 7 में नाथूजी का बाडिय़ा में, वार्ड नंबर 42 में पुराना मसूदा रोड, गाड़ोलिया लोहार बस्ती के समीप, वार्ड नंबर 29 में रेलवे लाइन के पास, वार्ड नंबर 10 में गोपालजी मोहल्ला में सामुदायिक शौचालय का निर्माण होगा। सामुदायिक भवन निर्माण के साथ ही परिषद क्षेत्र में स्थित सभी सामुदायिक और सार्वजनिक सुविधाघर को गूगल पर भी अपलोड कराया जा रहा है। जिससे वे गूगल मैप पर नजर आ सके। डॉ. दिनेश राय सापेला, आयुक्त