जकरबर्ग ने कहा कि मैंने अपनी मां से वादा किया था कि मेरे पास डिग्री जरूर होगी, आखिकार मुझे डिग्री मिल ही गई।
मार्क ज़ुकेरबर्ग ने अपने हार्वर्ड छात्रालय के कमरे से 4 फरबरी 2004 को फेसबुक का प्रारंभ किया। फेसबुक का विचार उसे अपने फिलिप्स एक्सेटर अकादेमी के दिनों मे आया था।
15 साल पहले हार्वर्ड में मिला एडमीशन, फिर बीच में ही छोड़ी पढ़ाई साल 2002 में फेसबुक फाउंडर और CEO मार्क जुकरबर्ग ने अमेरिका और दुनिया की मशहूर हार्वर्ड यूनीवर्सिटी में एडमीशन के लिए काफी पापड़ बेले थे।
फेसबुक लॉन्च करने के चक्कर में छोड़ी पढ़ाई
जकरबर्ग ने बताया कि फेसबुक लॉन्च करने पर पूरा ध्यान इसी पर देना पड़ा इस वजह से पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी। इससे पहले वह यूनिवर्सिटी में हॉस्टल के उस कमरे में भी गए जहां पर वह रहते थे। उन्होंने फेसबुक लाइव के जरिए इसका वीडियो भी शेयर किया।
कोर्स पूरा किए बिना 2 साल बाद ही छोड़ दी पढ़ाई
जकरबर्ग ने साल 2002 में यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था। उन्होंने अपना कोर्स पूरा किए बगैरह ही 2 साल बाद पढ़ाई छोड़ दी थी क्योंकि वह फेसबुक के शुरुआती रूप 'द फेसबुक' को डिवेलप करने में जुटे हुए थे। अब उसके ठीक 13 साल बाद वह हार्वर्ड में मानद डिग्री लेने पहुंचे। 33 साल के जकरबर्ग ने इस मौके पर यहां बिताए दिनों को याद किया।
लेकिन एडमीशन होने के कुछ समय बाद ही उन पर फेसबुक जैसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाने का भूत सवार हो गया। इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और फेसबुक बनाने में जुट गए।
उनकी उसी मेहनत का नतीजा है कि आज वो दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप्प के CEO हैं।
मार्क ने अपना इंजीनियरिंग कोर्स भले ही बीच में छोड़ दिया हो, लेकिन सच्चाई यह है कि हार्वर्ड में एडमीशन पाने के लिए जुकरबर्ग ने भी काफी पापड़ बेले थे। काफी मेहनत के बाद जब जुकरबर्ग को इस यूनीवर्सिटी में एडमीशन का लेटर मिला था तो वो खुशी के मारे पागल हो गए।
मार्क जुकरबर्ग के पापा ने एडमीशन मिलने का वो पल अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया था, उस वीडियो को मार्क ने लोगों के साथ अब शेयर किया है। इस वीडियो को अब तक 65 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। आप भी देखिए यह नजारा।
मार्क जुकरबर्ग ने 15 साल पहले हार्वर्ड की जिस पढ़ाई को छोड़ दिया था, आज यानि 25 मई को हार्वर्ड यूनीवर्सिटी उन्हें उस अधूरे कोर्स की डिग्री देने जा रही है। अपनी पढ़ाई पूरी होने की इस खुशी में मार्क जुकरबर्ग ने लोगों के साथ एक मजेदार राज शेयर किया है।
मार्क ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि जब मेरा एडमीशन हार्वर्ड में हुआ था, तो मेरी मां और छोटी बहन के बीच शर्त लगी थी। मां का कहना था कि मार्क कोर्स पूरा किए बिना ही भाग जाएगा, जबकि बहन का दावा था कि नहीं वो कोर्स पूरा करेगा।
इस बात पर मैंने दोनों से यह शर्त लगाई थी कि कुछ भी हो मैं यह डिग्री लेकर रहूंगा। तो आज पूरा पहिया घूमा है और आखिर कार मुझे मेरी डिग्री मिल ही रही है।
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