खेल के अखाड़े से खाकी की कमान तक — अनुज चौधरी बने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक

 


संभल, 9 अगस्त 2025

संभल के चर्चित पुलिस अधिकारी और पूर्व राष्ट्रीय स्तर के पहलवान अनुज चौधरी को उत्तर प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) के पद पर पदोन्नत करने का आदेश जारी किया है। यह उपलब्धि विशेष इसलिए भी है क्योंकि वे खेल कोटे से इस पद तक पहुँचने वाले प्रदेश के पहले अधिकारी बने हैं।

चयन प्रक्रिया में अकेले सफल

हाल ही में आयोजित विभागीय प्रोन्नति समिति (DPC) की बैठक में 29 डिप्टी एसपी के नाम विचाराधीन थे। इनमें से 12 वर्ष की अनिवार्य सेवा अवधि पूरी करने के कारण केवल अनुज चौधरी ही पदोन्नति के पात्र पाए गए, जबकि बाकी 11 अधिकारियों को अर्हता के अभाव में सूची से बाहर कर दिया गया।

खेलों में सुनहरा अध्याय

अनुज चौधरी पहलवानी में देश का नाम रोशन कर चुके हैं। वे 2001 में लक्ष्मण पुरस्कार और 2005 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। खेल के मैदान में उनकी उपलब्धियों ने ही उन्हें पुलिस सेवा में प्रवेश का मार्ग प्रशस्त किया। वर्ष 2000 में खेल कोटे से नियुक्ति के बाद उन्होंने 2012 बैच में डिप्टी एसपी का पद संभाला।

सेवा और सुर्खियों का सफर

अपने करियर के दौरान अनुज चौधरी कई बार सुर्खियों में रहे। संभल में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के समय उनकी सक्रिय भूमिका की चर्चा हुई, तो वहीं मार्च 2025 में ‘होली और जुमा’ को लेकर दिए गए बयान पर विवाद भी हुआ। इस बयान को लेकर विभागीय जांच हुई, जिसमें उन्हें क्लीन चिट दी गई।

रिक्त पदों में नई ऊर्जा

प्रदेश में इस समय 41 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद रिक्त बताए जा रहे हैं। अनुज चौधरी की पदोन्नति न केवल पुलिस विभाग के लिए बल्कि खेल पृष्ठभूमि से आने वाले युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।


अनुशासन और संकल्प का उदाहरण


अनुज चौधरी का सफर इस बात का प्रमाण है कि खेल के अखाड़े में सीखा गया अनुशासन और दृढ़ संकल्प प्रशासनिक सेवा में भी सफलता दिला सकता है।

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