संतुष्टि अपार्टमेंट में हादसा: 15 वर्षीय बालिका की सीवर में गिरकर मौत, अर्जुन दीवान पर FIR दर्ज




📍 शिवपुरी | 15 जून 2025


शिवपुरी के प्रतिष्ठित संतुष्टि अपार्टमेंट में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक हादसे में 15 वर्षीय बालिका उत्सवी भदौरिया की सीवर चैंबर में गिरकर मृत्यु हो गई। यह हादसा शहर में कोहराम मचाने वाला साबित हुआ, जिससे न सिर्फ रहवासियों में आक्रोश है, बल्कि प्रशासन की कार्यप्रणाली और अपार्टमेंट प्रबंधन पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

अर्जुन दीवान पर गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज

हादसे के बाद अपार्टमेंट प्रबंधन से जुड़े अर्जुन दीवान के खिलाफ उत्सवी के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की है। बताया गया है कि अपार्टमेंट में मेंटेनेंस शुल्क के रूप में ₹1200 प्रति परिवार वसूले जाते हैं, बावजूद इसके सीवर चैंबर लंबे समय से क्षतिग्रस्त और खुला पड़ा था।


कैसे हुआ हादसा?


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उत्सवी अपनी सहेलियों के साथ अपार्टमेंट प्रांगण में खेल रही थी, तभी सीवर चैंबर की कमजोर सतह धंस गई और वह सीधे उसमें गिर गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन दमकल विभाग और प्रशासन की मदद मिलने में चार घंटे लग गए, जिसके कारण उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।

रात भर चला कोतवाली घेराव, दीवान परिवार पर नाराज़गी

घटना से आक्रोशित सैकड़ों स्थानीय नागरिकों ने रात 3 बजे तक कोतवाली का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि दीवान परिवार के रसूख के कारण पुलिस और प्रशासन प्रारंभिक कार्रवाई में ढिलाई बरतते रहे। लोगों का यह भी कहना था कि अगर समय पर प्रशासन सक्रिय होता, तो शायद एक मासूम की जान बचाई जा सकती थी।

"मेंटेनेंस फंड का ऑडिट क्यों नहीं?" — उठे सवाल

रहवासियों ने यह भी मांग उठाई कि संतुष्टि अपार्टमेंट के मेंटेनेंस फंड का पारदर्शी ऑडिट होना चाहिए। कॉलोनी की ज़मीन की स्थिति पर भी विवाद की बात सामने आ रही है। कई लोगों ने दीवान परिवार को "प्रभावशाली लेकिन जिम्मेदारियों से मुक्त" बताते हुए इस घटना को लापरवाही नहीं, सुनियोजित गैर-जिम्मेदारी कहा।

रेडक्रॉस सोसायटी की भूमिका पर भी सवाल

जानकारो की माने तो  दीवान परिवार को रेडक्रॉस जैसी संस्था की कमान सौंपे जाने पर भी सवाल उठाया और यह मांग की कि ऐसी संस्थाओं में चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से नेतृत्व तय हो। उनका कहना था कि "जनसेवा" की जिम्मेदारी उन लोगों को सौंपी जाए जो वास्तव में जनसरोकार से जुड़े हों।

🔴 यह केवल एक हादसा नहीं है, यह सिस्टम की विफलता है।


इस घटना ने शिवपुरी में प्रशासनिक तंत्र, प्रभावशाली परिवारों की जवाबदेही और नगरीय प्रबंधन की हकीकत को उजागर कर दिया है। अब यह देखना शेष है कि पुलिस की FIR के बाद मामले में निष्पक्ष न्याय और संरचनात्मक सुधार होते हैं या नहीं।

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