शिवपुरी, 1 मई 2025 —
शिवपुरी में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के दूसरे चरण में बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं। आवेदनों की ऑनलाइन जांच के दौरान यह पाया गया कि कई ऐसे लोगों को सूची में शामिल कर लिया गया है जिनके पास पहले से पक्के मकान हैं या जिनकी पात्रता ही संदिग्ध है।
जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
नगर परिषद द्वारा की गई जांच में लगभग 80 ऐसे आवेदन पाए गए, जिनमें लाभार्थी पहले से पक्के मकानों में रह रहे हैं। कुछ मामलों में ऐसे लोगों ने भी आवेदन कर दिया जो आर्थिक रूप से अयोग्य हैं, फिर भी सूची में जगह बना ली।
शिक्षक ने बीएलओ का लाभ उठाकर कराया आवेदन
एक स्कूल शिक्षक ने अपनी बीएलओ ड्यूटी का इस्तेमाल करते हुए खुद की पत्नी का आवेदन पास करा लिया, जबकि परिवार के पास पहले से मकान मौजूद था। जांच में पता चला कि महिला का नाम ग्रामीण सूची में तो जोड़ा गया, लेकिन न पात्रता थी, न आधार।
नीलामी में खरीदी ज़मीन पर भी फर्जीवाड़ा
कई आवेदनकर्ताओं ने जिन प्लॉटों पर मकान दिखाए, वे प्लॉट या तो पहले से उनके नहीं थे या उन्हें ऊंचे दामों पर खरीदा गया था — जो योजना के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
प्रशासन ने दिए सख्त निर्देश
अब प्रशासन ने निर्देश जारी किए हैं कि जिन भी आवेदनों में संदेह है, उनके फिजिकल सत्यापन कर रिपोर्ट तैयार की जाए। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं।
मुख्य बिंदु:
पक्के मकान वालों ने भी लिया पीएम आवास योजना का लाभ
शिक्षक ने पत्नी के नाम से आवेदन करवाया
पात्रता की जांच में सामने आए कई फर्जीवाड़े
प्रशासन जल्द करेगा कार्यवाही