शिवपुरी पुलिस द्वारा चोरी की 9 मोटरसाइकिलों के साथ चोर को किया गिरफ्तार



जिले में दोपहिया वाहनों की चोरी लगातार होने से पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री राजेश चंदेल के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री प्रवीण कुमार भूरिया, एसडीओपी कोलारस श्री अमरनाथ वर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोलारस निरीक्षक संजय मिश्रा एवं उनके अधीनस्थ कर्मचारियों द्वारा आज पडोरा चौराहे पर दुपहिया वाहन की चेकिंग के दौरान एक बिना नंबर की मोटरसाइकिल चेक की गई तो वह चालक द्वारा मोटरसाइकिल की कोई कागजात नहीं होना बताया, 


इंजन नंबर एवं चैसिस नंबर को इंटरनेट पर सर्च करने पर उक्त मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन नंबर एमपी 33 एमयू 8579 पाया गया, जो थाना कोलारस के अपराध क्रमांक 357/20 धारा 379 आईपीसी में दिनांक 13.09.20 को चोरी हुई मोटरसाइकिल होना पाई गई, चालक व्यक्ति का नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम प्रमोद उर्फ प्रदीप गौड़ पुत्र भगवती गौड (बाड़ई) उम्र 25 साल निवासी प्रीति कॉलोनी बल्ला का डेरा डबरा, जिला ग्वालियर का होना बताया, 


उक्त आरोपी से अन्य चोरियों के संबंध में पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि मैंने ग्वालियर से मोटरसाइकिल चोरी की थी जो वहां बेचता तो मोटरसाइकिलों के पकड़े जाने की आशंका थी, 


अतः उनको शिवपुरी में गांव में बेचना चाहता था इसलिए मोटरसाइकिलों को यहां लाकर पारागढ़ किले में छुपा कर रख दी थी। उसके बाद पुलिस टीम आरोपी को साथ लेकर पारागढ़ किला पहुंची तो वहां पर चोरी की 8 मोटरसाइकिल छुपी हुई रखी मिली, जिन्हें धारा 41 (1) घ,102 जा.फौ. 379 आईपीसी ने जप्त किया गया, पूछताछ में पता चला कि आरोपी द्वारा उक्त मोटरसाइकिलों की चोरी ग्वालियर सिटी के थाना कोतवाली, कंपू, इंदरगंज थाना क्षेत्र से चुराना बताया। 


उक्त थानों से संपर्क करने पर इस बात की पुष्टि हुई कि मोटरसाइकिल चोरी के संबंध में एक थाना इंदरगंज में, तीन थाना कंपू में, दो थाना कोतवाली लश्कर में एवं एक थाना ग्वालियर में अपराध पंजीबद्ध हैं। 


पूछताछ में गिरफ्तारशुदा आरोपी ने बताया कि वह ग्वालियर से चोरी कर शिवपुरी जिले में मोटरसाइकिलें बेचता था और इधर से चोरी करके ग्वालियर में बेचता था। उक्त जप्त सभी मोटरसाइकिलें आरोपी द्वारा चोरी कर बेचने के उद्देश्य से छुपा कर रख दी थी।


उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी कोलारस निरीक्षक संजय मिश्रा, उप निरीक्षक एसबी शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक अरुण वर्मा, प्रधान आरक्षक रामकुमार तोमर, महिला प्रधान आरक्षक राजकुमारी, आरक्षक मनोज, ध्रुव दुबे, भूपेंद्र सिंह, प्रभजोत सिंह, गजराज सिंह, नरेश दुबे एवं दिलीप राजावत की विशेष भूमिका रही।

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