इंटरनल असेसमेंट और फर्स्ट ईयर के रिजल्ट को 50-50 फीसदी वेटेज दिया जाएगा। जबकि फाइनल ईयर के छात्रों के लिए परीक्षाएं आयोजित होंगी। ये कब होंगी, इस पर आगे विचार विमर्श किया जाएगा। परीक्षा में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा।'
निशंक ने कहा है कि कोरोना महामरी के कारण लॉकडाउन के दौरान देश के दूर दूर दराज इलाके में रहने वाले छात्रों कोऑनलाइन शिक्षा में कोई दिक्कत नही होगी क्योंकि उन्हें टेलीविजन और रेडियो के माध्यम से भी पढ़ाई की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने ऑनलाइन शिक्षा को काफी मजबूत बनाया है और स्वयंप्रभा चैनल दुनिया का सबसे बड़ा शिक्षा प्लेटफार्म बन गया है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले उच्च शैक्षणिक संस्थानों में परीक्षाओं को लेकर यूजीसी चेयरमैन के नेतृत्व में एक टास्क फोर्स गठित की गई है। परीक्षा कब और कैसे करानी है, यातायात की व्यवस्था कैसे होगी, इस पर टास्क फोर्स फैसला लेगी। गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग के परामर्श से परीक्षा आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि अगर किसी को कोई शिकायत हो तो वह यूजीसी के शिकायत प्रकोष्ठ से सम्पर्क करें और स्थिति न सुलझने पर मंत्रालय से सम्पर्क करें।