आज सुहागिन करेंगी अपने चांद का दीदार-करवा चौथ


करवा चौथ के दिन भगवान शिव-पार्वती, स्वामी कार्तिकेय, गणेश एवं चंद्रमा का पूजन करें। पूजन करने के लिए बालू अथवा सफेद मिट्टी की वेदी बनाकर उपरोक्त वर्णित सभी देवों को स्थापित करें।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करक चतुर्थी (करवा-चौथ) व्रत करने का विधान है। स्त्री किसी भी आयु, जाति, वर्ण, संप्रदाय की हो, सबको इस व्रत को करने का अधिकार है। जो सौभाग्यवती (सुहागिन) स्त्रियाँ अपने पति की आयु, स्वास्थ्य व सौभाग्य की कामना करती हैं वे यह व्रत रखती हैं।
पंडित केदार मुरारी के अनुसार करवों में लड्डू का नैवेद्य रखकर नैवेद्य अर्पित करें। एक लोटा, एक वस्त्र व एक विशेष करवा दक्षिणा के रूप में अर्पित कर पूजन समापन करें। करवा चौथ व्रत की कथा पढ़ें अथवा सुनें। सायंकाल चंद्रमा के उदित हो जाने पर चंद्रमा का पूजन कर अर्घ्य प्रदान करें। इसके पश्चात ब्राह्मण, सुहागिन स्त्रियों व पति के माता-पिता को भोजन कराएँ। भोजन के पश्चात ब्राह्मणों को यथाशक्ति दक्षिणा दें। पति की माता (अर्थात अपनी सासूजी) को उपरोक्त रूप से अर्पित एक लोटा, वस्त्र व विशेष करवा भेंट कर आशीर्वाद लें। यदि वे जीवित न हों तो उनके तुल्य किसी अन्य स्त्री को भेंट करें। इसके पश्चात स्वयं व परिवार के अन्य सदस्य भोजन करें।

नैवेद्य
शुद्ध घी में आटे को सेंककर उसमें शक्कर अथवा खांड मिलाकर मोदक (लड्डू) नैवेद्य हेतु बनाएँ।
करवा
काली मिट्टी में शक्कर की चासनी मिलाकर उस मिट्टी से तैयार किए गए मिट्टी के करवे अथवा तांबे पीतल चाँदी के बने हुए करवे।
संख्‍या
10 अथवा 13 करवे अपनी सामर्थ्य अनुसार रखें।
पूजन विधि
बालू अथवा सफेद मिट्टी की वेदी पर शिव-पार्वती, स्वामी कार्तिकेय, गणेश एवं चंद्रमा की स्थापना करें। मूर्ति के अभाव में सुपारी पर कलावा बाँधकर देवता की भावना करके स्थापित करें। पश्चात यथाशक्ति देवों का पूजन करें।
पूजन हेतु निम्न मंत्र बोलें
'ॐ उमा दिव्या नम:' से पार्वती का, 'ॐ नमः शिवाय' से शिव का, 'ॐ षण्मुखाय नमः' से स्वामी कार्तिकेय का, 'ॐ गणेशाय नमः' से गणेश का तथा 'ॐ सोमाय नमः' से चंद्रमा का पूजन करें।


करवा चौथ पूजा :

कहां कब दिखाई देगा चांद

चंद्रोदय यूं तो 8.10 बजे हो जाएगा लेकिन वह साढ़े आठ बजे के बाद ही दिखाई दे सकता है। सबसे पहले कोलकाता में दिखाई देगा।
* दिल्ली 8.49 मिनट
* गुड़गाव 8.50 मिनट
* चंड़ीगढ़ 8.46 मिनट
* इंदौर 9.03 मिनट
* अमृतसर 8.53 मिनट
* अम्बाला 8.49 मिनट
* जयपुर 8:58 ‍मिनट
* जोधपुर 9:10 मिनट
* अहमदाबाद 9.16 मिनट
* आगरा 8.49 मिनट
* इलाहाबाद 8.36 मिनट
* कोलकाता 8.13 मिनट
* ग्वालियर 8.44 मिनट
* वाराणसी 8.32 मिनट
* हरिद्वार 8.43 मिनट
* सोनीपत 8.50 मिनट
* मुंबई 9.22 मिनट
* भोपाल 8.44 मिनट
* कानपुर 8.41 मिनट
* गाजियाबाद 8.48 मिनट
* देहरादून 8.44 मिनट
* बिकानेर 9.06 मिनट
* मेरठ 8.47 मिनट
*मुरादाबाद 8.47 बजे
(स्थानीय समय में परिवर्तन हो सकता है)

करवा चौथ का पूजन
शाम को 5.54 से 7.09 बजे तक

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