राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सृजन सम्मान से सम्मानित किया गया जेलर दिलीप नायक को ।


राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सृजन सम्मान से सम्मानित किया गया जेलर दिलीप नायक को ।
करैरा - सृजन संस्था करैरा द्वारा शास्त्री एवं गांधी जयंती के अवसर पर सृजन द्वारा सृजन संस्था द्वारा दिए जाने वाले बार्षिक सम्मान के क्रम में बर्ष 2017 के सृजन सम्पन्न सम्मान हेतु समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन राज भारती सदन (नवीन भवन)पर किया गया जिसमें 
2017 के सृजन सम्पन्न सम्मान हेतु श्री दिलीप नायक जेलर साहब उप जेल करैरा को चुना गया जिनको सृजन के केंद्रीय संरक्षक सतीश श्रीवास्तव, सुरेश बन्धु एवं प्रमोद गुप्ता भारती सहित सभी पदाधिकारियों ने दिलीप नायक को शाल श्री फल सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया ।
उत्कृष्ट सेवाओं और समाज में अपनी सकारात्मक पहचान रखने वाले श्री दिलीप नायक को आज सृजन सम्पन्न सम्मान से सम्मानित करने का निर्णय विगत दिवस केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया था ।
सृजन के समस्त पदाधिकारियों के साथ साहित्यकार पत्रकार सुरधारा म्यूजिकल ग्रुप के सदस्य साथियों की विशेष उपस्थिति रही ।
सम्मान समारोह के पश्चात कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि श्री दिलीप नायक जेलर साहब उपस्थित थे कार्यक्रम की अध्यक्षता कायस्थ समाज के अध्यक्ष एस पी श्रीवास्तव द्वारा की गई ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सृजन के केंद्रीय संरक्षक सतीश श्रीवास्तव, सुरेश बंधु के साथ पुलिस इंस्पेक्टर राघवेन्द्र यादव, चन्द्र प्रकाश सक्सेना, महेश कनकने पत्रकार, संजय बिलैया पत्रकार, प्रमोद गुप्ता भारती, संजय दुबे, उपस्थित थे ।
कवि गोष्ठी में माता सरस्वती की वंदना शशांक मिश्रा द्वारा प्रस्तुत की गई तत्पश्चात डॉ ओमप्रकाश दुबे ने अपनी कविता" ऐसा मेरा मन कहता है "सुना कर गोष्ठी में स्फूर्ति का संचार कर दिया ।साहित्यकार रमेश वाजपेयी ने सैनिक की चिठ्ठी की कविता सुनाई सुभाष पाठक की गजल खूब सराही गई ।
डॉ राजेंद्र गुप्ता होमियोपैथिक चिकित्सक द्वारा "रंग अभी जारी है जंग अभी जारी है "सुनाई तत्पश्चात प्रभुदयाल शर्मा ने गीत सुना कर गोष्ठी को नया आयाम दिया ।
सतीश श्रीवास्तव ने दीवाली के स्वागत में एक कविता सुनाई " घर में आटा तेल नहीं है जेब पड़ी है खाली,
फिर भी पूंछ रहे हो मुझसे कैसी मनी दिवाली ।"
प्रमोद गुप्ता भारती ने रिश्तों की महत्ता को समर्पित भाई विषयक कविता प्रस्तुत की ।
मुख्य अतिथि श्री दिलीप नायक ने सृजन संस्था के किये गये कार्यक्रमों की भूरि भूरि प्रसंशा की उन्होंने इस अवसर पर एक बुंदेली गीत भी सुनाया ।
अध्यक्षीय आसंदी से श्री एस पी श्रीवास्तव ने सृजन की सराहना की समाज को इस प्रकार की संस्थाओं को सहयोग करने की अपील की ।
कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन प्रदीप श्रीवास्तव (मोनू सर) ने किया तथा आभार प्रदर्शन श्री सुरेश बंधु ने किया ।

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