पोहरी में मुक्तिधाम की व्यवस्थाओं को सुधारने युवाओं ने उठाया बीड़ा

प्रतिकात्मक चित्र 


पोहरी। मुक्तिधाम पोहरी की वर्तमान स्थिति किसी से छुपी नहीं है यहां बारिश के मौसम में क्या साल के 12 महीने लोगों को अंत्येष्टि के लिए सामग्री एकत्रित करने हेतु भटकना होता है इस समस्या पर पोहरी के कुछ युवाओं ने विचार किया और एक संवेदना मुक्तिधाम समिति का गठन किया है जिसमें समिति सदस्यों ने शोकाकुल परिजनों को रियायती दर पर लकड़ी, बांस, कांस एवं कंडे आदि उपलब्ध कराने के लिए समिति का निर्माण किया, जिसका आज सर्वपितृमोक्ष अमावस्या के अवसर पर मुक्ति धाम पोहरी में 5 पौधे लगाकर संवेदना मुक्तिधाम समिति का विधिवत प्रारंभ किया।

इस अवसर पर समिति सदस्यों के साथ कई लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर पौधे लगवाने में श्रमदान किया पौधे लगाने के लिए 3 बाई 3 फीट के 3 फीट गहरे गड्ढे खोदे गए जिनमें खाद एवं काली मिट्टी भरकर पौधे लगाए गए और उन्हें ट्री गार्ड से सुरक्षित किया गया। संवेदना मुक्तिधाम समिति की व्यवस्थाओं को देखने की जिम्मेदारी एवं लगभग प्रत्येक गमी में शामिल होने वाले रामेश्वर कुशवाहा ने आगे बढक़र अपने हाथों में लिया, जिस को आगे बढ़ाते हुए समिति सदस्यों ने उनके कंधे से कंधा मिलाकर कार्य का शुभारंभ किया। 

आज मुक्तिधाम में पौधे रोकने के लिए रियाज खान द्वारा निशुल्क पांच पौधे उपलब्ध कराए गए तथा ट्री गार्ड की जाली के लिए भी रामजीलाल उर्फ रम्मी सेठ जी ने रियायती दर पर ट्री गार्ड की जालियां उपलब्ध कराई। पौध रोपण एवं बैठक में समिति के सदस्य रामेश्वर कुशवाहा, बंटी भैया, भानु त्रिवेदी रिंकू देशमुख, संतोष शर्मा, प्रदीप भैया जी, नरेंद्र जादौन, भरत धाकड़, पप्पू सिठेले, होतम सिंह डोंगर, अंकुर (शुभम) शर्मा, हेमंत गर्ग लल्ला, पवन सिंघल, किशोरी कुशवाहा आदि उपस्थित रहे। 

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