मध्यप्रदेश : 11 दिन में 11 किसान आत्म हत्या


मध्यप्रदेश के धार जिले में शुक्रवार को एक किसान ने कीटनाशक  आत्म हत्या करने का मामला सामने आया , जिसमे ग्राम रम्पुरा निवासी भारत मोरी ने कर्ज से परेशां होके आत्म हत्या कर ली


 परिजनों का आरोप है कि कर्ज से परेशान होकर उसने आत्म हत्या की है. इधर पुलिस इस मामले को पारिवारिक विवाद बता रही है. पुलिस अधीक्षक बीरेन्द्रसिंह ने बताया कि मृतक जगदीश के नाम से कोई जमीन नहीं थी. वह शराब का आदि था. इसी बात के लेकर कल परिवार में विवाद भी हुआ था.
इस घटना से पहले बुधवार को देर शाम भी नर्मदा प्रसाद नाम के किशन ने होशंगाबाद में अपनी जान दे दी,उन्होंने बुधवार को ही 50,000  रूपए की मंगदल भी बेचीं टी परिजनों के मने ,तो जिनसे नर्मदा प्रसाद ने कर्ज लिया है वह उसका ट्रैक्टर और पैसे भी ले गए है 
ऐसे ही 6 जून के बाद से किसान आत्महत्या की कुल 11वी घटना है शुक्रवार को ही राज्य में 75 वर्षीय खाजू खान और 25 वर्षीय मुकेश नाम के किसान खुदकुशी कर ली थी. बताया जाता है कि ये किसान कर्ज के बोझ से परेशान थे और इसी कारण जहर खाकर जान दे दी.
बालाघाट थाना अंतर्गत बल्लारपुर निवासी लगभग 40 से 42 वर्षीय किसान ने कर्ज से परेशान होकर जहर खा लिया था. जिसकी जिला अस्पताल में मौत हो गई. बताया जाता है कि किसान रमेश बसेने पर सोसायटी का लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए कर्ज था. हालांकि किसान रमेश पर यह कर्ज पुराना था, जो उसने खाद और अन्य कृषि जरूरतों के लिए लिया था. बुधवार सुबह किसान रमेश अपने चाचा तुलसीराम के घर गया था जहां उसने चर्चा में चाचा को कर्ज से परेशानी वाली बात बताई थी. बताया जाता है कि किसान पर खेती के लिए कर्ज नहीं जमा हो पाने के चलते उसे बैंक के माध्यम से नोटिस दिया जा रहा था.
सुबह खेत से लगभग 9 बजे जब वह घर लौटा तो घर में उसकी हालत बिगड़ने से परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आये थे जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. चाचा तुलसीराम और पत्नी जानकीबाई ने बताया है कि रमेश कर्ज के कारण मानसिक रूप से परेशान था. जिसके चलते वह शराब भी पीने लगा था. हालांकि अब तक कर्ज से किसान की मौत की पुष्टि प्रशासन ने नहीं की है.

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