शिवपुरी-बदलते समय में बेटा-बेटी एक समान है और इनमें भेद ना होने को लेकर आज भी बेटों के साथ बेटियां होने पर उत्साह और उल्लास के साथ उनके अस्पताल से घर पहुंचने पर स्वागत किया जाता है। इसी क्रम में शहर के मेडिकल कॉलेज के प्राध्यापक डॉ.मोहित शर्मा और उनकी पत्नी श्रीचिंताहरण डेंटल क्लिनिक की संचालिका डॉ.कांची उपाध्याय के यहां पर बिटिया ने जन्म लिया है। इस मौके पर पूरे परिवार में खुशी की लहर है और उन्होंने इस मौके को जोरदार उत्सव की तरह मनाने का फैसला किया। जिसके तहत जब डॉ दंपति पहली बार अस्प्ताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे थे तभी अपनी बिटिया को घर लाए तो इस अवसर पर उनके परिवारजनों ने अपनी लाड़ली बिटिया का घर के प्रवेश द्वार पर ही रेड कारपेट बिछाकर जोरदार स्वागत कर घर को आकर्षक सजाया और खूब ढोल और ताशे बजवाए गए जिसे देख उपस्थितजनों द्वारा बधाईयां दी गई। इस डॉक्टर दंपति ने बताया कि उन्होंने कभी बेटे और बेटी मे फर्क नहीं समझा है और उन्हें बेटी होने पर बहुत खुशी है और परिवार में भी उत्सव का माहौल है।
शिवपुरी-बदलते समय में बेटा-बेटी एक समान है और इनमें भेद ना होने को लेकर आज भी बेटों के साथ बेटियां होने पर उत्साह और उल्लास के साथ उनके अस्पताल से घर पहुंचने पर स्वागत किया जाता है। इसी क्रम में शहर के मेडिकल कॉलेज के प्राध्यापक डॉ.मोहित शर्मा और उनकी पत्नी श्रीचिंताहरण डेंटल क्लिनिक की संचालिका डॉ.कांची उपाध्याय के यहां पर बिटिया ने जन्म लिया है। इस मौके पर पूरे परिवार में खुशी की लहर है और उन्होंने इस मौके को जोरदार उत्सव की तरह मनाने का फैसला किया। जिसके तहत जब डॉ दंपति पहली बार अस्प्ताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे थे तभी अपनी बिटिया को घर लाए तो इस अवसर पर उनके परिवारजनों ने अपनी लाड़ली बिटिया का घर के प्रवेश द्वार पर ही रेड कारपेट बिछाकर जोरदार स्वागत कर घर को आकर्षक सजाया और खूब ढोल और ताशे बजवाए गए जिसे देख उपस्थितजनों द्वारा बधाईयां दी गई। इस डॉक्टर दंपति ने बताया कि उन्होंने कभी बेटे और बेटी मे फर्क नहीं समझा है और उन्हें बेटी होने पर बहुत खुशी है और परिवार में भी उत्सव का माहौल है।