इंदौर में कोरोना संक्रमित 62 साल के डॉक्टर डॉ शत्रुधन पंजवानी की मौत, सोसल मीडिया पर अफवाओं का चला था दौर

डॉ शत्रुधन पंजवानी की मौत की खबर को लेकर  फेसबुक ,व्हाट्सअप, पर लगा रहा,श्रदांजली, शोक संवेदना का अंबार अन्ततः खबर की पुष्टि हुई । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ओर पूर्व मुख्य मंत्री कमलनाथ ने भी सोशल मीडिया पर शोक संवेदना व्यक्त की।

इंदाैर शहर में गुरुवार को एक डॉक्टर समेत दाे काेरोना संक्रमितों की मौत हो गई। रूपराम नगर निवासी 62 वर्षीय डॉक्टर शत्रुघन पंजवानी ने इलाज के दौरान सीम्स अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं, साउथतोड़ा निवासी 44 साल के व्यक्ति की भी सुबह साढ़े 6 बजे सीम्स अस्पताल में मौत हो गई। उसकी 7 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉ. पंजवानी को 8 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सीएचएल से सीम्स अस्पताल शिफ्ट किया गया था। डॉक्टर की मौत पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर , दुख  जताया।  देवास जिले में भी पहली बार तीन मामले सामने आए। देर रात आई रिपोर्ट में देवास के पीठा रोड निवासी एक महिला, नाहर दरवाजा क्षेत्र के एक व्यक्ति और हाटपिपलिया के शीतला माता मार्ग निवासी एक व्यक्ति संक्रमित पाए गए। इसमें से हाटपिपलिया निवासी की सुबह मौत हो गई। इंदौर में अब काेरोना से मरने वालों का आंकड़ा 23 हो गया। इंदौर में बुधवार रात 40 नए मरीज सामने आए थे, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 213 हो गई है।




वीडियो कॉल कर बेटे ने अंतिम दर्शन किए

रूपराम नगर निवासी डॉ. शत्रुघन पंजवानी बीमार होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। उनका चार दिन तक सीएचएल अस्पताल में इलाज चला। 8 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सीम्स अस्पताल भेजा गया। लेकिन, उनकी हालत में सुधार नहीं हो पाया। यहां गुरुवार तड़के उन्होंने आखिरी सांस ली। डॉ. पंजवानी के तीनों बेटे इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में हैं। लॉकडाउन के कारण वे देश नहीं आ सकते, इसलिए उन्होंने वीडियो कॉल कर पिता के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद मुक्तिधाम पर उन्हें डॉक्टरों की टीम ने अंतिम विदाई दी। डॉक्टर पंजवानी की गिनती अच्छे डॉक्टरों में होती थी। संभवत: यह देश में कोरोना से किसी डॉक्टर की मौत का पहला मामला है।

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