'पद्मावती' विवाद : वसुंधरा राजे ने स्मृति ईरानी को लिखी चिट्ठी, 'भारी विवाद के बाद टली 'पद्मावती' की रिलीज, मेकर्स ने किया कन्फर्म



भारी विवाद के बाद टली 'पद्मावती' की रिलीज, मेकर्स ने किया कन्फर्म

न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, फिल्म की निर्माता कंपनी वायकॉम 18 ने रिलीज डेट आगे बढ़ाने की बात कही है, लेकिन यह किस तारीख पर सिनेमाघरों में उतरेगी, यह फिलहाल तय नहीं है.

वसुंधरा ने स्मृति ईरानी को लिखे पत्र में कहा है कि इस संबंध में सेंसर बोर्ड को भी फिल्म प्रमाणित करने से पहले इसके सभी संभावित नतीजों पर विचार करना चाहिए.

नई दिल्ली: फिल्म 'पद्मावती' की रिलीज को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी खामोशी तोड़ते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को चिट्ठी लिखकर आग्रह किया है कि पद्मावती फिल्म तब तक रिलीज न हो, जब तक इसमें जरूरी बदलाव नहीं कर दिए जाएं, ताकि किसी भी समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचे.

राजस्थान की मुख्यमंत्री ने 'पद्मावती' विवाद पर तोड़ी चुप्पी

वसुंधरा राजे ने कहा कि इतिहासकारों, फिल्मी हस्तियों और पीड़ित समुदाय के सदस्यों की एक समिति गठित की जाए, जो इस फिल्म और इसकी कहानी पर विस्तार से विचार-विमर्श करे.
राजस्थान में राजपूत करणी सेना फिल्म के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसके अलावा गुजरात, यूपी और देश के कुछ अन्य हिस्सों में भी विरोध देखने को मिल रहा है
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वसुंधरा ने स्मृति ईरानी को लिखे पत्र में कहा है कि इस संबंध में सेंसर बोर्ड को भी फिल्म प्रमाणित करने से पहले इसके सभी संभावित नतीजों पर विचार करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं को अपनी समझ के अनुसार फिल्म बनाने का अधिकार है, लेकिन कानून-व्यवस्था, नैतिकता और नागरिकों की भावनाओं को ठेस पहुंचने की स्थिति में मौलिक अधिकारों पर भी तर्क के आधार पर नियंत्रण रखने का प्रावधान भारत के संविधान में है, इसलिए 'पद्मावती' फिल्म की रिलीज पर पुनर्विचार किया जाए.

मेवाड़ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से भेंटकर फिल्म 'पद्मावती' को लेकर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री को पत्र लिखने के लिए उनका आभार जताया है.

फिल्म 'पद्मावती' पर पाबंदी की मांग के चलते फिल्म का विरोध राजस्थान से मुंबई तक हो रहा है. मुंबई के आजाद मैदान में भी फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फिल्म में रानी पद्मावती को गलत तरीका से दिखाया गया है.
‘पद्मावती’ का विरोध शनिवार को कोलकाता तक पहुंच गया और राजपूत समुदाय के एक संगठन ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के पोस्टर जलाए.

करणी सेना के विरोध प्रदर्शन के बीच अब सेंसर बोर्ड भी फिल्मकार से नाराज हैं. सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने इस बात पर आपत्ति जताई है.

दरअसल, सेंसर बोर्ड के फिल्म देखने और सर्टिफिकेशन देने से पहले कुछ लोगों के लिए फिल्म की प्राइवेट स्क्रीनिंग रखे जाने से बोर्ड मेंबर्स नाराज हैं. बोर्ड के प्रमुख प्रसून जोशी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसा करके निर्माता ने नियमों का उल्‍लंघन किया है.
'पद्मावती' को शुरुआत से ही कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है और फिल्म के निर्माताओं और कलाकारों को प्रदर्शनकारी संगठनों ने धमकी दी है.

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