करेरा विधायक नहीं हुई हाजिर तो एक और प्रकरण दर्ज होगा - सुनील पांडेय, एसपी




शिवपुरी -पुलिस थाने को आग लगाने के लिए समर्थकों को उकसाने के मामले में करैरा विधायक शकुंतला खटीक व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष वीनस गोयल के खिलाफ प्रकरण दर्ज होते ही विधायक घर छोड़कर परिवार सहित गायब हो गईं। दबिश देने पर भी जब विधायक नहीं मिलीं तो अब पुलिस अधिकारी उनके खिलाफ वारंट जारी करने की तैयारी कर रहे हैं। पुलिस ने दबिश दी तो दोनों ही नहीं मिले। अब पुलिस धारा 73सीआरपीसी के तहत न्यायालय के माध्यम से वारंट जारी करवाने की तैयारी में है। वारंट जारी होने के बाद दी गई समयावधि में यदि विधायक व अन्य आरोपी हाजिर नहीं हुए तो फिर उनके खिलाफ पुलिस धारा 174(क) के तहत प्रकरण दर्ज करेगी। जिसमें पुलिस के पास यह आधार होगा कि आपने न्यायालय के आदेश का पालन नहीं किया ! अपने समर्थकों को पुलिस थाने में आग लगाने के लिए भड़काने वाली करैरा विधायक शकुंतला खटीक के खिलाफ पुलिस ने भले ही एफआईआर दर्ज कर ली हो लेकिन यह पूरा ड्रामा पहले से फिक्स था। क्योंकि घटना के चश्मदीद व वीडियो के बाद भी पुलिस अफसरों ने जांच के बहाने एफआईआर को 4 दिन तक लटकाए रखा। सोमवार को भी एडिशनल एसपी कमल मौर्य 100 से अधिक जवान लेकर करैरा पहुंचे। 6 घंटे 30 मिनट तक पुलिस अफसर थाने में यह तय करते रहे कि एफआईआर किन-किन धाराओं में की जाए

इस मामले में जहां दिल्ली में कांग्रेस के नेताओं को सफाई देनी पड़ी, वहीं भोपाल में उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपने उद्बोधन में करैरा विधायक का जिक्र किया। यही वजह है कि कांग्रेस के नेता असमंजस में हैं कि वे विधायक के साथ खड़े हों या उनसे दूरी अभी तो हम भोपाल में चल रहे सत्याग्रह में हैं। 17 जून के बाद कांग्रेस के नेता विचार विमर्श करेंगे कि आगे क्या करना है। वैसे तो विधायक ने भावावेश में आकर यह बात कह दी थी, लेकिन भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों के चलते इस तरह के प्रकरण सामने आ रहे हैं।


हरवीर सिंह रघुवंशी, प्रवक्ता जिला कांग्रेस शिवपुरी



पुलिस ने दबिश दी थी, जिसमें विधायक व अन्य नहीं मिले। अब उनके खिलाफ वारंट जारी होगा, यदि वे नियत समय पर नहीं आए तो फिर एक और प्रकरण दर्ज किया जाएगा।


सुनील पांडेय, एसपी शिवपुरी

Post a Comment

Previous Post Next Post